मुंबई – महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई, 3 और 4 सितंबर, 2024 को राष्ट्रीय ई-गवर्नेंस सम्मेलन (एनसीईजी) की मेज़बानी करने के लिए तैयार है। यह सम्मेलन जियो विश्व सम्मेलन केंद्र में आयोजित किया जाएगा और इसकी सभी तैयारियां पूरी हो चुकी हैं। इस सम्मेलन का आयोजन प्रशासनिक सुधार और लोक शिकायत विभाग (डीएआरपीजी), इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (एमईआईटीवाई) तथा महाराष्ट्र सरकार द्वारा संयुक्त रूप से किया जा रहा है।
इस वर्ष के सम्मेलन का मुख्य विषय “विकसित भारत: सुरक्षित और सतत ई-सेवा वितरण” है। दो दिवसीय इस कार्यक्रम में छह पूर्ण सत्र और छह ब्रेकआउट सत्र होंगे। इसमें सरकार, शिक्षा जगत, पुरस्कार विजेताओं, उद्योग जगत के प्रमुख हितधारकों और नेताओं को नवीन ई-गवर्नेंस प्रथाओं पर चर्चा करने और प्रचारित करने का अवसर मिलेगा।
सम्मेलन में पुरस्कारों की घोषणा डॉ. जितेंद्र सिंह द्वारा की जाएगी। वे कार्मिक, लोक शिकायत और पेंशन मंत्रालय, विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्रालय, प्रधानमंत्री कार्यालय और अंतरिक्ष विभाग के राज्य मंत्री के रूप में कार्यरत हैं। इसके बाद, अगले दो दिनों में विभिन्न सत्रों में गहन चर्चा और विचार-विमर्श किया जाएगा।

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री श्री एकनाथ शिंदे और उपमुख्यमंत्री श्री देवेन्द्र फडणवीस सम्मेलन के समापन सत्र में मुख्य भाषण देंगे।
प्रशासनिक सुधार और लोक शिकायत विभाग (डीएआरपीजी) ने भागीदारी के लिए पुरस्कार विजेताओं, पैनलिस्ट वक्ताओं, केंद्रीय मंत्रालयों, राज्यों, ई-गवर्नेंस उद्योग, शिक्षाविदों, स्टार्ट-अप और प्रदर्शकों के पंजीकरण के लिए nceg.gov.in पोर्टल शुरू किया है।
सम्मेलन की तैयारी के लिए 6 अगस्त, 2024 को एक वर्चुअल बैठक आयोजित की गई थी। इस बैठक में श्रीमती सुजाता सौनिक, मुख्य सचिव, महाराष्ट्र सरकार, श्री वी. श्रीनिवास, सचिव, डीएआरपीजी, श्री एस. कृष्णन, सचिव, एमईआईटीवाई, और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने भाग लिया। बैठक में सम्मेलन की संरचना पर विस्तृत जानकारी दी गई और महाराष्ट्र सरकार ने स्थिति रिपोर्ट साझा की।
