10 अगस्त, 2024
78वें स्वतंत्रता दिवस के उपलक्ष्य में, रक्षा मंत्रालय के तत्वावधान में हिमालय पर्वतारोहण संस्थान (एचएमआई) के दिव्यांगजन अभियान दल ने अफ्रीकी महाद्वीप की सबसे ऊंची चोटी, किलिमंजारो के उहुरू शिखर पर 7800 वर्ग फुट का भारतीय राष्ट्रीय ध्वज फहराया। यह अभियान एक ऐतिहासिक उपलब्धि है और दिव्यांग पर्वतारोही के लिए पहली बार बैसाखी का उपयोग करके ऐसा सफल प्रयास पूरा करने का गौरव प्राप्त हुआ है।
ग्रुप कैप्टन जय किशन के नेतृत्व में ऐतिहासिक अभियान
ग्रुप कैप्टन जय किशन के नेतृत्व वाले इस दल में दिव्यांग पर्वतारोही श्री उदय कुमार सहित अन्य सदस्य शामिल थे। दल ने मिशन कंचनजंगा नेशनल पार्क से माउंट किलिमंजारो (मिशन के2के) तक यात्रा की, और यह अभियान पर्वतारोहण के इतिहास में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित हुआ।

किलिमंजारो की चढ़ाई और ध्वज प्रदर्शन
दल ने आधार शिविर (बेस कैंप) से अपनी यात्रा शुरू की और 7 अगस्त, 2024 को 15500 फीट की ऊंचाई पर स्थित किबू हट पहुंचकर 7800 वर्ग फुट के भारतीय ध्वज को रस्सियों, ग्राउंड नेट और एंकर की मदद से गर्व से प्रदर्शित किया।
8 अगस्त को, मौसम की स्थिति और सभी सदस्यों की मेडिकल फिटनेस को ध्यान में रखते हुए, दल ने सुबह 3 बजे उहुरू शिखर की ओर चढ़ाई शुरू की। 10 घंटे की कठिन चढ़ाई के बाद, जिसमें ढीले और जोखिम भरे इलाके की पार करना शामिल था, दल ने 1300 बजे सफलतापूर्वक उहुरू चोटी के शिखर पर पहुंचकर 5,895 मीटर (19,341 फीट) की ऊंचाई पर भारतीय ध्वज फहराया।
प्रेरणा और आशा का प्रतीक
यह ऐतिहासिक अभियान दृढ़ता और समर्थन के माध्यम से हासिल की गई सफलता का प्रतीक है। इस अभियान का उद्देश्य दिव्यांगजनों और अन्य वंचित युवाओं को अपने सपनों को साकार करने के लिए प्रेरित करना है, चाहे वे कितने भी कठिन क्यों न हों।
इस अभियान ने यह साबित कर दिया है कि इच्छाशक्ति और समर्थन से कोई भी लक्ष्य असंभव नहीं होता।