जयपुर, 9 अगस्त: विश्व आदिवासी दिवस के उपलक्ष्य में कोटा के जय मीनेश आदिवासी विश्वविद्यालय में एक भव्य समारोह का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि ऊर्जा मंत्री श्री हीरालाल नागर थे। इस अवसर पर समाज, प्रदेश और राष्ट्र के विकास में आदिवासियों के योगदान को स्मरण करते हुए पौधारोपण किया गया। कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के छात्र-छात्राओं ने सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए।
आदिवासी समाज का योगदान और गौरवशाली इतिहास:
ऊर्जा मंत्री श्री हीरालाल नागर ने इस अवसर पर अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि यह गर्व की बात है कि विश्व का पहला आदिवासी विश्वविद्यालय कोटा में स्थित है। उन्होंने बताया कि कोटा की स्थापना भी कोटिया भील ने की थी। श्री नागर ने कहा कि आदिवासी समाज के हर छोटे-बड़े व्यक्ति के सहयोग से इस विश्वविद्यालय का निर्माण संभव हो पाया है, जो यह सिद्ध करता है कि आज आदिवासी समाज भी विकास की मुख्यधारा में शामिल हो चुका है। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी द्वारा 2047 तक भारत को विकसित देश बनाने के संकल्प की ओर इशारा करते हुए उन्होंने कहा कि आदिवासी समाज का योगदान इसमें महत्वपूर्ण रहेगा।
आदिवासी समाज की विशेष भूमिका:
कोटा दक्षिण विधायक श्री संदीप शर्मा ने कार्यक्रम में आदिवासियों के योगदान की सराहना करते हुए कहा कि जल, जंगल, जमीन, वन्यजीव और पहाड़ों की सुरक्षा में आदिवासी समाज का योगदान अतुलनीय है। उन्होंने विश्वास जताया कि जय मीनेश आदिवासी विश्वविद्यालय युवा पीढ़ी को शिक्षा के साथ-साथ संस्कृति और सभ्यता के संरक्षण के लिए भी प्रेरित करेगा।
शाहाबाद से विधायक श्री ललित मीणा ने इस विश्वविद्यालय को आदिवासी समाज के लिए मील का पत्थर बताते हुए कहा कि शिक्षा ही वह माध्यम है जिससे विकास और सभ्यता की सुरक्षा संभव है। उन्होंने अपने विधानसभा क्षेत्र के युवाओं को इस विश्वविद्यालय से शिक्षा ग्रहण करने के लिए प्रोत्साहित करने की बात कही।
विश्वविद्यालय का भविष्य और रोजगार परक कोर्स:
संभागीय आयुक्त श्रीमती उर्मिला राजोरिया ने आदिवासी दिवस की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि आदिवासी युवाओं को रोजगार परक कोर्स के माध्यम से राष्ट्र के विकास से जोड़ा जाए ताकि भारत का हर वर्ग विकसित हो सके।
विश्वविद्यालय के चेयरपर्सन श्री आरडी मीणा ने बताया कि विश्वविद्यालय के हर कोर्स में गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखा जा रहा है। पूर्व जिला प्रमुख श्रीमती कमला मीणा ने कहा कि यह विश्वविद्यालय हाड़ौती क्षेत्र के सभी छात्रों के लिए महत्वपूर्ण है, क्योंकि यहां रोजगार परक कोर्स कराए जा रहे हैं, जो आत्मनिर्भर भारत के संकल्प को साकार करेंगे।
मौन श्रद्धांजलि:
कार्यक्रम के दौरान पूर्व विधायक स्वर्गीय श्री अमृतलाल मीणा के आकस्मिक निधन पर मौन रखकर उन्हें श्रद्धांजलि दी गई। समारोह में जय मीनेश आदिवासी विश्वविद्यालय के वीसीडी श्री के तिवारी, कुल सचिव श्री एन.के. शर्मा, समस्त स्टाफ और समाज के प्रबुद्ध एवं सम्माननीय सदस्य उपस्थित थे।