जयपुर, 13 अगस्त। राजस्थान में दुर्लभतम खनिज रेयर अर्थ एलिमेंट्स (आरईई) की खोज और खनन के क्षेत्र में एक बड़ी पहल की जा रही है। प्रदेश में उच्च स्तरीय गुणवत्तायुक्त आरईई एक्सीलेंस सेंटर स्थापित किया जाएगा, जिससे न केवल प्रदेश बल्कि पूरे देश को नई दिशा मिलेगी। यह घोषणा खान सचिव श्रीमती आनंदी ने की, जिन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री श्री भजन लाल शर्मा की दूरदर्शी सोच के तहत यह निर्णय लिया गया है।
श्रीमती आनंदी ने बताया कि प्रदेश के विभिन्न जिलों जैसे बाड़मेर, जालौर, सिरोही, पाली, उदयपुर, भीलवाड़ा, नागौर, अजमेर, सीकर और बांसवाड़ा में रेयर अर्थ एलिमेंट्स के भंडारों के संकेत मिल चुके हैं। इन भंडारों में बस्तनासाइट, ब्रिटोलाईट, सिंचीसाइट और जेनोटाइम जैसे महत्वपूर्ण तत्व पाए गए हैं, जो अत्याधुनिक उद्योगों के लिए महत्वपूर्ण हैं।
मुख्यमंत्री श्री भजन लाल शर्मा ने प्रदेश में एयरोस्पेस, बैटरी, लेजर और अन्य उच्च तकनीकी उद्योगों को बढ़ावा देने के उद्देश्य से इस एक्सीलेंस सेंटर की स्थापना के निर्देश दिए हैं। इसके साथ ही, देश को रेयर अर्थ एलिमेंट्स के क्षेत्र में चीन पर निर्भरता को कम करने की दिशा में यह एक महत्वपूर्ण कदम होगा।
निदेशक माइंस श्री भगवती प्रसाद कलाल ने बताया कि इस सेंटर की स्थापना से प्रदेश की तकनीकी और आर्थिक स्थिति में बड़ा बदलाव आएगा। यहां नवीनतम तकनीक और शोध को प्रोत्साहन मिलेगा, जिससे राजस्थान देश का प्रमुख आरईई हब बन सकेगा।
बैठक में विशेषज्ञों ने सरकार की इस पहल की सराहना की और इसे दूरगामी परिणाम देने वाला कदम बताया। चर्चा के दौरान देश की विभिन्न संस्थाओं और विशेषज्ञों ने अपने महत्वपूर्ण सुझाव साझा किए, जो इस एक्सीलेंस सेंटर की स्थापना और भविष्य की दिशा को निर्धारित करेंगे।
यह सेंटर न केवल राजस्थान बल्कि पूरे देश में रेयर अर्थ एलिमेंट्स के खनन, प्रसंस्करण और शोध के लिए एक मील का पत्थर साबित होगा