जयपुर, 23 अगस्त – राज्य सरकार वन और पर्यावरण के प्रति आमजन के जुड़ाव को बढ़ावा देने और इको-टूरिज्म को प्रोत्साहित करने के लिए निरंतर प्रयास कर रही है। इसी दिशा में शुक्रवार को झीलों की नगरी उदयपुर के केवड़ा की नाल वन क्षेत्र में विकसित किए जा रहे बॉटनिकल गार्डन में कैक्टस गार्डन का शुभारंभ किया गया। इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में लोकसभा सांसद डॉ. मन्नालाल रावत ने भाग लिया।
डॉ. रावत ने कैक्टस गार्डन का उद्घाटन करते हुए कहा कि यह बॉटनिकल गार्डन और कैक्टस गार्डन अरावली की जैव विविधता को संरक्षित रखने में अहम भूमिका निभाएंगे। इस पहल से स्थानीय जनजातियों को भी जोड़ा जा रहा है, जिससे वे अपने पारंपरिक वृक्षों के संरक्षण में भागीदार बन सकें।
कैक्टस गार्डन में 80 से अधिक प्रजातियों के कैक्टस लगाए गए हैं, जो शोधार्थियों और विद्यार्थियों के लिए अत्यंत उपयोगी साबित होंगे। सराड़ा वन रेंज के अंतर्गत 70 हेक्टेयर क्षेत्र में विकसित किए जा रहे इस बॉटनिकल गार्डन में विभिन्न प्रकार के पेड़, झाड़ियां, हर्ब्स, और मिलेट्स के पौधे लगाए गए हैं। इन सभी पौधों की जानकारी क्यूआर कोड के माध्यम से उपलब्ध होगी, जिसे स्कैन कर जानकारी प्राप्त की जा सकेगी।
इस अवसर पर सांसद डॉ. रावत और अन्य अतिथियों ने बॉटनिकल गार्डन का दौरा किया और विभिन्न प्रजातियों के कैक्टस देखकर आश्चर्य व्यक्त किया। उप वन संरक्षक मुकेश सैनी ने गार्डन की विस्तार से जानकारी दी और बताया कि इस परियोजना के तहत कई संरचनात्मक कार्य पूरे हो चुके हैं, जो इको-टूरिज्म को और भी आकर्षक बनाएंगे।