इंदौर, 17 जून 2025
भारत सरकार की महिला एवं बाल विकास राज्य मंत्री श्रीमती सावित्री ठाकुर ने आज इंदौर के सेठी नगर आंगनवाड़ी केंद्र का दौरा कर सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं और जमीनी हकीकत का जायजा लिया। यह दौरा केंद्र सरकार के आउटरीच और फील्ड निरीक्षण कार्यक्रम के तहत आयोजित किया गया था, जिसमें राष्ट्रीय मीडिया प्रतिनिधिमंडल, मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी, स्थानीय प्रशासन और आईसीडीएस (एकीकृत बाल विकास सेवा) से जुड़े हितधारक भी शामिल हुए।
इस दौरे का मुख्य उद्देश्य आंगनवाड़ी केंद्रों की सेवाओं की समीक्षा करना और महिला-बाल कल्याण योजनाओं के प्रभाव को जमीनी स्तर पर समझना था। श्रीमती ठाकुर ने इस दौरान आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं, लाभार्थी महिलाओं और बच्चों से संवाद स्थापित कर उनकी समस्याओं और अनुभवों को सुना।
आंगनवाड़ी केंद्रों में तकनीकी सुधार और सेवा सशक्तिकरण
श्रीमती ठाकुर ने विशेष रूप से इस बात पर जोर दिया कि कैसे सरकार के बीते 11 वर्षों के प्रयासों से आंगनवाड़ी केंद्रों में बदलाव आया है। उन्होंने बताया कि केंद्रों के बुनियादी ढांचे में सुधार, डिजिटल उपकरणों जैसे पोषण ट्रैकर का उपयोग और अग्रिम पंक्ति कार्यकर्ताओं के प्रशिक्षण ने सेवाओं को अधिक प्रभावी और उत्तरदायी बनाया है।
उन्होंने कहा कि अब आंगनवाड़ी केंद्र केवल पोषण केंद्र नहीं रहे, बल्कि “पोषण 2.0” के विजन के तहत यह प्रारंभिक बचपन की देखभाल और विकास के आधुनिक केंद्र बन चुके हैं। उन्होंने कहा कि इन केंद्रों के माध्यम से न केवल बच्चों को पोषण मिल रहा है बल्कि उन्हें प्रारंभिक शिक्षा, स्वास्थ्य सेवाएं और मानसिक विकास की दिशा में भी सहयोग मिल रहा है।
कुपोषण मुक्त भारत की दिशा में प्रतिबद्धता
मंत्री महोदय ने सरकार की उस प्रतिबद्धता को भी दोहराया, जिसके अंतर्गत भारत को कुपोषण मुक्त बनाने का लक्ष्य रखा गया है। उन्होंने कहा कि सेवा वितरण की अंतिम कड़ी तक पहुंच सुनिश्चित करना, आंगनवाड़ी केंद्रों की क्षमता बढ़ाना और समाज के हर वर्ग तक पोषण, शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाएं पहुँचाना सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकताओं में शामिल है।
उन्होंने कहा कि आंगनवाड़ी केंद्र अब सामाजिक न्याय के महत्वपूर्ण उपकरण बन गए हैं, जो बच्चों के भविष्य के स्वास्थ्य और विकास को मजबूती देते हैं। साथ ही, उन्होंने यह भी कहा कि यह केंद्र महिला सशक्तिकरण के भी सशक्त मंच हैं।
नारी शक्ति के नेतृत्व में नया भारत
अपने संबोधन में श्रीमती ठाकुर ने प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में बीते 11 वर्षों के दौरान महिलाओं और बच्चों के सशक्तिकरण के लिए उठाए गए अभूतपूर्व कदमों का उल्लेख किया। उन्होंने बताया कि कैसे आज सुरक्षित प्रसव, बालिकाओं की शिक्षा, वित्तीय समावेशन, कानूनी अधिकार और सामाजिक सुरक्षा जैसे पहलुओं को प्राथमिकता दी जा रही है।
उन्होंने कहा,
“इस दशक ने नारी शक्ति के नेतृत्व में एक नए भारत की नींव रखी है।”
मंत्री महोदय ने यह भी बताया कि सरकार ने महिलाओं और बच्चों के लिए बहुआयामी योजनाएं शुरू की हैं जिनमें बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ, प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना, पोषण अभियान, सुकन्या समृद्धि योजना, और वन स्टॉप सेंटर योजना शामिल हैं। इन योजनाओं के माध्यम से सरकार ने महिलाओं को आर्थिक, सामाजिक और कानूनी रूप से सशक्त बनाने की दिशा में मजबूत कदम उठाए हैं।
समापन टिप्पणी
श्रीमती सावित्री ठाकुर का यह दौरा एक महत्वपूर्ण संदेश देता है कि केंद्र सरकार जमीनी स्तर पर सेवाओं की गुणवत्ता और पहुंच को सुनिश्चित करने के लिए निरंतर प्रयासरत है। आंगनवाड़ी केंद्रों की भूमिका अब केवल पोषण और टीकाकरण तक सीमित नहीं है, बल्कि ये केंद्र समाज के सशक्तिकरण और विकास के आधारस्तंभ बन चुके हैं।
यह दौरा महिलाओं और बच्चों के प्रति सरकार की प्रतिबद्धता और उनके लिए चल रही योजनाओं की प्रगति का सशक्त उदाहरण प्रस्तुत करता है।