नई दिल्ली, 10 अगस्त 2024: भारतीय वायुसेना (आईएएफ) की टुकड़ी ने मलेशिया में आयोजित ‘उदार शक्ति 2024’ संयुक्त हवाई अभ्यास में सफलतापूर्वक भाग लेने के बाद 10 अगस्त 2024 को भारत वापसी की। यह अभ्यास रॉयल मलेशियाई वायु सेना (आरएमएएफ) के सहयोग से 05 से 09 अगस्त 2024 तक मलेशिया के कुआंतान में आयोजित किया गया था, जिसमें भारतीय वायुसेना ने अपने अत्याधुनिक एसयू-30एमकेआई लड़ाकू विमानों के साथ भाग लिया।
अभ्यास ‘उदार शक्ति 2024’ का उद्देश्य दोनों देशों की वायु सेनाओं के बीच आपसी समझ, सहयोग और प्रचालनात्मक तालमेल को बढ़ावा देना था। इस अभ्यास के दौरान, भारतीय वायुसेना के एसयू-30एमकेआई लड़ाकू विमानों ने आरएमएएफ के एसयू-30एमकेएम लड़ाकू विमानों के साथ हवाई युद्ध अभियानों में हिस्सा लिया। इस अभ्यास ने दोनों वायु सेनाओं के चालक दल को एक-दूसरे के प्रचालनगत प्रोटोकॉल से परिचित होने का अवसर प्रदान किया, जिससे एसयू-30 विमान संचालन में अंतर-संचालन, समानता और समग्र प्रभावशीलता में वृद्धि हुई।
अभ्यास का एक महत्वपूर्ण पहलू यह था कि दोनों वायु सेनाओं के तकनीकी विशेषज्ञों ने अपनी रख-रखाव प्रक्रियाओं का आदान-प्रदान किया, जिससे प्रचालनात्मक दक्षता को और बढ़ाने में सहायता मिली। इस सहयोग से दोनों देशों की वायु सेनाओं के बीच तकनीकी जानकारी और अनुभव का आदान-प्रदान हुआ, जिससे भविष्य में संयुक्त अभियानों के दौरान बेहतर समन्वय सुनिश्चित होगा।
भारतीय वायुसेना की यह भागीदारी न केवल दोनों देशों के रक्षा संबंधों को मजबूत करती है बल्कि क्षेत्रीय सुरक्षा और स्थिरता को बनाए रखने में भी महत्वपूर्ण योगदान देती है। इस सफल अभ्यास ने भारत और मलेशिया के बीच बढ़ते सैन्य सहयोग को एक नई दिशा दी है, जो भविष्य में दोनों देशों के बीच और भी गहरे संबंधों का मार्ग प्रशस्त करेगा।
‘उदार शक्ति 2024’ में भारतीय वायुसेना की भागीदारी ने यह साबित कर दिया कि भारत की वायुसेना न केवल तकनीकी रूप से उन्नत है बल्कि अंतरराष्ट्रीय सहयोग के माध्यम से वैश्विक शांति और सुरक्षा के लिए भी प्रतिबद्ध है।