Monday, June 23, 2025
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जयपुर में ‘टचिंग लाइव्ज व्हाइल टचिंग द मून’ सम्मेलन: किसान साथी एप का हुआ लोकार्पण, किसानों को मिलेगा सिंचाई जल की सटीक जानकारी

जयपुर, 14 अगस्त 2024: राजस्थान इंटरनेशनल सेंटर, जयपुर में बुधवार को ‘टचिंग लाइव्ज व्हाइल टचिंग द मून – इंडियाज स्पेस सागा’ थीम पर एक दिवसीय रन अप सम्मेलन का आयोजन किया गया। यह सम्मेलन जल संसाधन विभाग, राजस्थान और जल शक्ति मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा प्रथम राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस, 23 अगस्त के उपलक्ष्य में आयोजित किया गया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि जल संसाधन मंत्री श्री सुरेश सिंह रावत और विशिष्ट अतिथि अतिरिक्त मुख्य सचिव जल संसाधन श्री अभय कुमार ने पार्वती बांध, धौलपुर के कमांड क्षेत्र के काश्तकारों के लिए विकसित किसान साथी एप का लोकार्पण किया।

जल संसाधन मंत्री श्री सुरेश सिंह रावत ने उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए कहा कि किसान साथी एप पार्वती सिंचाई परियोजना के 786 वर्ग किलोमीटर कमांड क्षेत्र के 132 गांवों के 72 हजार किसानों को पानी की उपलब्धता और आपूर्ति की सटीक जानकारी प्रदान करेगा। उन्होंने बताया कि इस एप के जरिए किसानों को घर बैठे ही जल संसाधन की जानकारी मिल सकेगी, जिससे जल के समुचित उपयोग को बढ़ावा मिलेगा। साथ ही, उन्होंने प्रदेश के सभी बांधों को इस एप के माध्यम से जोड़ने के प्रयास का आश्वासन भी दिया।

श्री रावत ने प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के चंद्रयान-3 की सफल लैंडिंग को राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस के रूप में मनाने के फैसले की सराहना की और कहा कि यह निर्णय आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणादायक होगा।

अतिरिक्त मुख्य सचिव जल संसाधन श्री अभय कुमार ने कहा कि स्पेस टेक्नोलॉजी के माध्यम से किसान साथी एप किसानों और जल संसाधन विभाग के बीच एक प्रभावी संचार माध्यम के रूप में कार्य करेगा। इस एप के जरिए किसान अपनी फसल की जानकारी साझा कर सकेंगे और पानी की मांग का सटीक निर्धारण किया जा सकेगा।

सम्मेलन में जयपुर के विभिन्न विद्यालयों और महाविद्यालयों में आयोजित की गई क्विज और पेंटिंग प्रतियोगिता के विजेताओं को भी सम्मानित किया गया। साथ ही, जल संसाधन मंत्री ने स्पेस टेक्नोलॉजी और जल संसाधन के क्षेत्र में नवाचारों पर आधारित प्रदर्शनी का उद्घाटन किया, जिसमें पुरस्कृत पेंटिंग्स को प्रदर्शित किया गया।

सम्मेलन में राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस का महत्व, जल क्षेत्र में सेटेलाइट की उपयोगिता, जल संसाधन प्रबंधन में रिमोट सेंसिंग और जीआईएस का उपयोग जैसे विषयों पर गहन चर्चा की गई।

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