जयपुर, 4 अगस्त 2024: हरियाली तीज के मौके पर, राजस्थान में एक अनोखा वृक्षारोपण अभियान चलाया जाएगा। 7 अगस्त को मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा की प्रेरणा से, शिक्षा एवं पंचायती राज विभाग एक साथ करोड़ों पौधे लगाने का लक्ष्य लेकर चल रहा है। यह प्रयास एक कीर्तिमान स्थापित करेगा और प्रदेश के मरूधरा को हरित बनाने की दिशा में बड़ा कदम होगा।
शिक्षा एवं पंचायती राज मंत्री श्री मदन दिलावर ने इंदिरा गांधी पंचायती राज संस्थान में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा कि इस कार्यक्रम के तहत “एक पेड़ मां के नाम” का पौधा लगाने की योजना है। उन्होंने बताया कि यह कदम तपती धरती और बढ़ते तापमान से राहत दिलाने के लिए उठाया गया है।
वृक्षारोपण के लिए व्यापक तैयारियां की गई हैं। यूथ एण्ड ईको क्लब के माध्यम से विद्यालयों में पौधे लगाने के लिए 37 करोड़ रुपये का बजट आवंटित किया गया है। पिछले तीन महीनों में विभिन्न जिलों का दौरा कर लोगों को इस अभियान से जोड़ा गया है। कोटा, जोधपुर, उदयपुर, जयपुर सहित 200 से अधिक बैठकों के माध्यम से जनता को प्रेरित किया गया है।
लक्ष्य और भागीदारी:
- विद्यालयों में: कक्षा 1 से 12 तक के छात्र अपने परिवार के सदस्यों की संख्या के अनुसार पौधे लगायेंगे।
- अध्यापक: तृतीय श्रेणी के शिक्षक 5, द्वितीय श्रेणी के शिक्षक 10, और प्रथम श्रेणी के शिक्षक 15 पौधे लगायेंगे।
- समाज के विभिन्न वर्गों: मोटरसाइकिल धारक 5, कार धारक 10, ट्रक/बस धारक 20 पौधे लगायेंगे।
ब्रांड एम्बेसडर और कंट्रोल रूम: राजस्थान के विभिन्न प्रमुख हस्तियों को ब्रांड एम्बेसडर नियुक्त किया गया है, जिनमें जयपुर के व्यापार महासंघ अध्यक्ष श्री सुभाष गोयल और किसान नेता श्री रामअवतार मीणा शामिल हैं।
सभी व्यवस्थाओं और दैनिक प्रगति की सूक्ष्म निगरानी के लिए खंड और जिला स्तर पर कंट्रोल रूम/हेल्प डेस्क स्थापित किए गए हैं। पौधों की सुरक्षा और देखभाल के लिए नरेगा के तहत श्रमिक नियुक्त किए जाएंगे।
इस अभियान का उद्देश्य राजस्थान को हरित बनाना और प्रदेशवासियों को पर्यावरण के प्रति जागरूक करना है।
पौधारोपण का लक्ष्य: सरकारी और निजी विद्यालयों के छात्रों को उनके परिवार के सदस्यों की संख्या के बराबर पौधे लगाने होंगे। कक्षा 1 से 12 तक के छात्रों को औसतन 5 पौधे, तृतीय श्रेणी के अध्यापकों को 5 पौधे, द्वितीय श्रेणी के अध्यापकों को 10 पौधे और प्रथम श्रेणी (व्याख्याता) को 15 पौधे लगाने का लक्ष्य दिया गया है। पौधों की फोटो जियोटेगिंग के साथ एप पर अपलोड करनी होगी ताकि उनकी सघन मॉनिटरिंग की जा सके।
पौधारोपण स्थल: पौधे सरकारी कार्यालयों, खेल मैदानों, राजकीय और निजी विद्यालयों, चारागाहों, राजकीय भूमि, निजी खातेदारी भूमि, सड़क किनारे और गांव के सार्वजनिक स्थलों पर लगाए जाएंगे। गड्डे खोदने, पौधे उपलब्ध कराने और पौधों की सुरक्षा के लिए आवश्यक व्यवस्थाएं की जाएंगी।
समाज की भागीदारी: मोटरसाइकिल धारकों से लेकर औद्योगिक इकाइयों और पेट्रोल पंप मालिकों तक सभी वर्गों को पौधारोपण का लक्ष्य सौंपा गया है। प्रधानमंत्री आवास योजना, स्वच्छ भारत मिशन, वन अधिकार योजना, और राशन कार्ड धारकों को भी पौधारोपण का लक्ष्य दिया गया है।
पौधों की सुरक्षा और देखभाल के लिए नरेगा के तहत श्रमिकों की नियुक्ति की जाएगी। 200 पौधे लगाने पर पौधों की सुरक्षा, देखभाल और पानी पिलाने की व्यवस्था सुनिश्चित की जाएगी।