जयपुर, 14 अगस्त। राजस्थान के मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा ने कहा है कि शिक्षा केवल रोजगार का माध्यम नहीं है, बल्कि यह संपूर्ण व्यक्तित्व के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार युवाओं को सशक्त बनाने और उनके विकास के लिए कृतसंकल्प है। मुख्यमंत्री बुधवार को जैसलमेर के फतेहगढ़ में 50 राजकीय महाविद्यालयों के नवनिर्मित भवनों एवं 9 महाविद्यालयों में नवनिर्मित कक्षा-कक्षों के लोकार्पण समारोह को संबोधित कर रहे थे।

मुख्यमंत्री ने राजकीय महाविद्यालय फतेहगढ़ के भवन का फीता काटकर उद्घाटन किया और 49 अन्य महाविद्यालयों के नवनिर्मित भवनों का वर्चुअल लोकार्पण भी किया। उन्होंने कहा कि इन नए भवनों और क्लासरूम से 26,370 विद्यार्थी लाभान्वित होंगे, जिससे उनकी पढ़ाई सुगम होगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार का विजन युवाओं को रोजगार के अवसर प्रदान कर उन्हें सशक्त बनाना है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में 5 वर्षों में 4 लाख सरकारी पदों पर भर्तियाँ की जाएंगी और इस वर्ष एक लाख से अधिक पदों पर भर्ती की जा रही है। इसके अलावा, उन्होंने राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के तहत 2024-25 से महाविद्यालयों में सेमेस्टर प्रणाली लागू करने की घोषणा भी की।

मुख्यमंत्री ने बताया कि राज्य सरकार द्वारा युवाओं के सर्वांगीण विकास के लिए शिक्षा क्षेत्र में लगातार नए आयाम स्थापित किए जा रहे हैं। इसी क्रम में 37 नए राजकीय महाविद्यालय खोले जाएंगे, जिनमें सह-शिक्षा, कन्या एवं कृषि महाविद्यालय शामिल हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश में 1,027 करोड़ रुपये की लागत से 192 महाविद्यालयों के भवनों का निर्माण कार्य शीघ्र ही पूर्ण कर लिया जाएगा।

श्री शर्मा ने डबल इंजन की सरकार के तहत युवाओं के हित में लिए जा रहे फैसलों पर भी चर्चा की और कहा कि राज्य सरकार ने स्वामी विवेकानंद स्कॉलरशिप फॉर एकेडमिक एक्सीलेंस योजना शुरू की है, जो विद्यार्थियों को देश और विदेश में उच्च शिक्षा प्राप्त करने के अवसर प्रदान कर रही है।
कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री ने एक पेड़ मां के नाम अभियान के तहत प्रदेशवासियों से वृक्षारोपण की अपील भी की। समारोह में उपमुख्यमंत्री और उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. प्रेमचंद बैरवा, विधायक श्री छोटू सिंह भाटी, और अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
