श्रीनगर, 8 अगस्त 2024: पशुपालन और डेयरी विभाग (डीएएचडी) तथा जम्मू और कश्मीर सरकार द्वारा आयोजित “21वीं पशुधन गणना के लिए सॉफ्टवेयर (मोबाइल और वेब एप्लिकेशन/डैशबोर्ड) और नस्लों पर क्षेत्रीय प्रशिक्षण कार्यशाला” आज श्रीनगर में सम्पन्न हुई। यह कार्यशाला भारतीय प्रबंधन संस्थान, विशाखापत्तनम के सहयोग से आयोजित की गई थी, जिसमें जम्मू और कश्मीर तथा केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख के राज्य और जिला नोडल अधिकारियों को नए मोबाइल और वेब एप्लिकेशन पर प्रशिक्षण दिया गया।
कार्यशाला का उद्घाटन और मुख्य बिंदु:
कार्यशाला का उद्घाटन श्री जगत हजारिका, सलाहकार (सांख्यिकी), पशुपालन और डेयरी विभाग, भारत सरकार द्वारा किया गया। इस अवसर पर जम्मू और कश्मीर सरकार के कृषि उत्पादन विभाग के सचिव श्री जीए सोफी, भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद – राष्ट्रीय पशु आनुवंशिक संसाधन ब्यूरो के निदेशक डॉ. बीपी मिश्रा, और जम्मू और कश्मीर सरकार के पशुपालन विभाग के निदेशक डॉ. अल्ताफ अहमद लावे भी उपस्थित थे।
उद्घाटन भाषण में श्रीमती अलका उपाध्याय ने वर्चुअल माध्यम से बधाई दी और भारतीय अर्थव्यवस्था पर पशुधन क्षेत्र के प्रभाव और वैश्विक व्यापार के संदर्भ में भारत की स्थिति पर प्रकाश डाला। उन्होंने पशुधन क्षेत्र की महत्वपूर्ण भूमिका और भविष्य की नीतियों पर इसके प्रभाव की चर्चा की।
प्रशिक्षण कार्यक्रम की विशेषताएँ:
श्री जगत हजारिका ने सटीक और कुशल डेटा संग्रह के लिए प्रौद्योगिकी के लाभ पर जोर दिया। उन्होंने 21वीं पशुधन गणना की सफलता सुनिश्चित करने के लिए सभी हितधारकों की सामूहिक जिम्मेदारी की बात की और नवीनतम तकनीकों का उपयोग करने का आग्रह किया।
श्री जीए सोफी ने बुनियादी स्तर पर प्रशिक्षण और क्षमता निर्माण की आवश्यकता को रेखांकित किया। उन्होंने भारत की अर्थव्यवस्था और खाद्य सुरक्षा में पशुधन क्षेत्र की महत्वपूर्ण भूमिका पर जोर दिया और कुशल योजनाओं की आवश्यकता की बात की।
डॉ. अल्ताफ अहमद लावे ने स्थायी अभ्यासों के एकीकरण पर जोर दिया और पशुधन गणना के आंकड़ों का विश्लेषण करने की आवश्यकता को रेखांकित किया। उन्होंने नई योजनाओं और रोजगार सृजन की दिशा में आंकड़ों के उपयोग के महत्व पर भी बात की।
प्रशिक्षण सत्र और समापन:
कार्यशाला में कई सत्रों की श्रृंखला आयोजित की गई, जिसमें 21वीं पशुधन गणना के सॉफ्टवेयर और लाइव एप्लीकेशन पर विस्तृत प्रशिक्षण प्रदान किया गया। पशुपालन और डेयरी विभाग की सॉफ्टवेयर टीम ने नोडल अधिकारियों को मोबाइल एप्लीकेशन और डैशबोर्ड सॉफ्टवेयर के उपयोग पर प्रशिक्षण दिया।
कार्यशाला का समापन श्री वी.पी. सिंह के धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ, जिसमें उन्होंने सभी गणमान्य व्यक्तियों और हितधारकों के प्रति आभार व्यक्त किया और सफल गणना कार्य की आशा की।